शेयरमार्केट क्या है ?
शेयर मार्केट दो शब्दों से मिलकर बना है और बहुत हद तक पुरी परिभाषा इन्हीं दो शब्दों से हो जाती है।
शेयर + मार्केट = शेयरमार्केट
इन दोनों शब्दों का मतलब तो आप जानते ही होगें फिर भी हम स्पष्ट कर देता हूँ।
शेयर से तात्पर्य है की किसी वस्तु या कोई भी चीज को किसी के साथ साझा करना। तथा साझा करने से उस वस्तु का मूल्य कम नहीं होता है ।
उदाहरण के तौर पर मान लिजिये आप के पास एक वस्तु है जिसको आप अपने मित्र के साथ साझा करते है तो ऐसा करने से क्या उस वस्तु का मूल्य कम हो जायेगा । उत्तर है बिल्कुल नहीं।
मार्केट से तात्पर्य है की जो वस्तु को जहां शेयर करते है वो मार्केट होता है।
1- शेयर मार्केट की परिभाषा
पहले आप के मस्तिष्क मे शेयर शब्द सुनकर एक बात याद आ गई होगी। किसी वस्तु या अन्य सामग्री को एक दुसरे के साथ शेयर करना।
अब हम ठीक वैसे ही स्टाक मार्केट के बारे मे बात करेंगे।
स्टाक मार्केट की दुनिया मे शेयर का अर्थ किसी कम्पनी मे एक हिस्सा या भाग होता है। परन्तु यह आवश्यक नहीं कि हर कम्पनी अपने हिस्से को अन्य व्यक्तियों के लिए उपलब्ध कराये।
लेकिन जब किसी कम्पनी को अधिक पूजीं की आवश्यकता होती है तो कम्पनी अपने कुल संपत्ति के स्वामित्व को करोड़ों टुकड़ों मे विभाजित कर देती है। इस स्वामित्व का हर भाग शेयर कहलाता है। जो व्यक्ति जितने शेयर खरीदता है वह उसी अनुपात मे उस कम्पनी का हिस्सेदार बन जाता है।
कम्पनी द्वारा अर्जित किए जाने पर कम्पनी अपने हिस्सेदारो अर्थात शेयर धारक को उनके पास मौजूद प्रति शेयर के अनुपात मे लाभांश देती है। लेकिन उस कम्पनी को आर्थिक नुकसान होने पर शेयर धारक कम्पनी को नुकसान की भरपाई करने का जिम्मेदार नहीं है। इस प्रकार शेयर धारक कम्पनी से लाभ में हिस्सा लेने का अधिकारी है लेकिन कम्पनी को नुकसान या घाटा होने की स्थिति मे शेयर धारक कम्पनी को पैसे वापस करने या कर्ज देने के लिए बिल्कुल भी बाध्य नहीं हैं (इसका मतलब ये बिल्कुल भी नहीं हैं की आप को Lost नहीं होगा। आप को Lost कैसे होता हैं इसके बारे में आप आगे समझ जायेंगे)
कम्पनी के कुल जमा पूजीं मे बढो़त्तरी होने पर शेयर धारक के पास उपलब्ध शेयर के भाव मे वृध्दि होती हैं तथा कम्पनी के कुल परिसम्पत्ति के मूल्य मे कमी होने पर शेयर धारक के पास उपलब्ध शेयरों के भाव मे कमी आती है।
इस प्रकार आपने जाना कि शेयर क्या होता हैं।
( यहाँ आप को शेयर मार्केट से सम्बंधित सभी topic की पुरी जानकारी सरल भाषा में Lesson Vise दिया जायेगा इसलिए आप इस साईट के कहीं लिख या सेव कर लिजिये
www.stockmarketinfohindi.blogspot.com )
कृपया आप अपने सुझाव व प्रतिक्रिया Comment Box में दे.
शेयर मार्केट दो शब्दों से मिलकर बना है और बहुत हद तक पुरी परिभाषा इन्हीं दो शब्दों से हो जाती है।
शेयर + मार्केट = शेयरमार्केट
इन दोनों शब्दों का मतलब तो आप जानते ही होगें फिर भी हम स्पष्ट कर देता हूँ।
शेयर से तात्पर्य है की किसी वस्तु या कोई भी चीज को किसी के साथ साझा करना। तथा साझा करने से उस वस्तु का मूल्य कम नहीं होता है ।
उदाहरण के तौर पर मान लिजिये आप के पास एक वस्तु है जिसको आप अपने मित्र के साथ साझा करते है तो ऐसा करने से क्या उस वस्तु का मूल्य कम हो जायेगा । उत्तर है बिल्कुल नहीं।
मार्केट से तात्पर्य है की जो वस्तु को जहां शेयर करते है वो मार्केट होता है।
1- शेयर मार्केट की परिभाषा
पहले आप के मस्तिष्क मे शेयर शब्द सुनकर एक बात याद आ गई होगी। किसी वस्तु या अन्य सामग्री को एक दुसरे के साथ शेयर करना।
अब हम ठीक वैसे ही स्टाक मार्केट के बारे मे बात करेंगे।
स्टाक मार्केट की दुनिया मे शेयर का अर्थ किसी कम्पनी मे एक हिस्सा या भाग होता है। परन्तु यह आवश्यक नहीं कि हर कम्पनी अपने हिस्से को अन्य व्यक्तियों के लिए उपलब्ध कराये।
लेकिन जब किसी कम्पनी को अधिक पूजीं की आवश्यकता होती है तो कम्पनी अपने कुल संपत्ति के स्वामित्व को करोड़ों टुकड़ों मे विभाजित कर देती है। इस स्वामित्व का हर भाग शेयर कहलाता है। जो व्यक्ति जितने शेयर खरीदता है वह उसी अनुपात मे उस कम्पनी का हिस्सेदार बन जाता है।
कम्पनी द्वारा अर्जित किए जाने पर कम्पनी अपने हिस्सेदारो अर्थात शेयर धारक को उनके पास मौजूद प्रति शेयर के अनुपात मे लाभांश देती है। लेकिन उस कम्पनी को आर्थिक नुकसान होने पर शेयर धारक कम्पनी को नुकसान की भरपाई करने का जिम्मेदार नहीं है। इस प्रकार शेयर धारक कम्पनी से लाभ में हिस्सा लेने का अधिकारी है लेकिन कम्पनी को नुकसान या घाटा होने की स्थिति मे शेयर धारक कम्पनी को पैसे वापस करने या कर्ज देने के लिए बिल्कुल भी बाध्य नहीं हैं (इसका मतलब ये बिल्कुल भी नहीं हैं की आप को Lost नहीं होगा। आप को Lost कैसे होता हैं इसके बारे में आप आगे समझ जायेंगे)
कम्पनी के कुल जमा पूजीं मे बढो़त्तरी होने पर शेयर धारक के पास उपलब्ध शेयर के भाव मे वृध्दि होती हैं तथा कम्पनी के कुल परिसम्पत्ति के मूल्य मे कमी होने पर शेयर धारक के पास उपलब्ध शेयरों के भाव मे कमी आती है।
इस प्रकार आपने जाना कि शेयर क्या होता हैं।
( यहाँ आप को शेयर मार्केट से सम्बंधित सभी topic की पुरी जानकारी सरल भाषा में Lesson Vise दिया जायेगा इसलिए आप इस साईट के कहीं लिख या सेव कर लिजिये
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